राजस्थान का एकीकरण नोट्स Rajasthan Gk , Notes PDF,Rajasthan History । Rajasthan ka Ekikaran
राजस्थान का एकीकरण नोट्स , Rajasthan Gk , Notes PDF,Rajasthan History । Rajasthan ka Ekikaran
राजस्थान का एकीकरण (Rajasthan ka Ekikaran)
✍️ 8 वर्ष, 7 माह और 14 दिनो में पूरा हुआ और राजस्थान के एकीकरण की प्रक्रिया कुल सात चरणो में सम्पन्न हुई । राजस्थान में एकीकरण के समय 19 देशी रियासते और 3 ठिकाने (नीमराणा, कुशलगढ और लावा) और एक केंद्र शासित प्रदेश अजमेर-मेरवाडा क्षेत्र था । राजस्थान की सबसे प्राचीन रियासत मेवाड और सबसे नवीन रियासत झालावाड (अंग्रेजो द्वारा निर्मित एकमात्र रियासत) थी ।
राजस्थान का एकीकरण (Rajasthan ka Ekikaran)
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1. प्रथम चरण -: मतस्य संघ 17/18 मार्च, 1948
✪ मतस्य संघ-: 4 रियासते+1 ठिकाना
=अलवर, भरतपुर, धौलपुर, करौली + नीमराणा(अलवर)ठिकाना
✪ सिफारिश-: के. एम. मुन्शी की सिफारिश पर प्रथम चरण का नाम मतस्य संघ रखा ।
✪ राजधानी-: अलवर
✪ राजप्रमुख-: उदयमान सिंह (धौलपुर)
✪ उप राजप्रमुख-: गणेशपाल देव
✪ प्रधानमंत्री-: शोभाराम कुमावत
✪ उपप्रधानमंत्री -: गोपीलाल यादव + जुगल किशोर चतुर्वेदी
जुगल किशोर चतुर्वेदी को दुसरा जवाहरलाल नेहरू के उपनाम से जाना जाता है।
✪ उद्घाटन कत्र्ता-: एन. वी. गाॅडविल(नरहरि विष्णु गाॅडविल)
2. दुसरा चरण-: पूर्व राजस्थान 25 मार्च 1948
✪ पूर्व राजस्थान-: 9 रियासतें + 1 ठिकाना
= डुंगरपुर, बांसवाडा, प्रतापगढ़, शाहपुरा, किशनगढ़, टोंक, बुंदी, कोटा, झालावाड़ + कुशलगढ़(बांसवाड़ा)ठिकाना।
✪ राजधानी-: कोटा
✪ राजप्रमुख-: भीमसिंह(कोटा)
✪ उपराज प्रमुख-: महारावल लक्ष्मणसिंग
✪ प्रधानमंत्री-: गोकुल लाल असावा(शाहपुरा)
उद्घाटन कत्र्ता-: एन. वी. गाॅडविल
3. तीसरा चरण-: संयुक्त राजस्थान 18 अप्रैल, 1948
✪ संयुक्त राजस्थान-: पूर्व राजस्थान + उदयपुर -10 रियासतें + 1 ठिकाना
✪ राजधानी-: उदयपुर
✪ राजप्रमुख-: भोपालसिंग(उदयपुर)
✪ प्रधानमंत्री-: माणिक्यलाल वर्मा
✪ पं. जवाहरलाल नेहरू की सिफारिश पर बनाया।
✪ उद्घाटन कर्ता-: पं. जवाहरलाल नेहरू
4. चैथा चरण-: वृहद राजस्थान 30 मार्च, 1949
✪ वृहद राजस्थान-: संयुक्त राजस्थान + जयपुर + जोधपुर + जैसलमेर + बीकानेर + लावा ठिकाना – 14 रियासत + 2 ठिकाने
✪ राजधानी-: जयपुर
✪ श्री पी. सत्यनारायण राव समिती की सिफारिश पर।
✪ महाराज प्रमुख-: भोपाल सिंह
✪ राजप्रमुख-: मान सिंह द्वितीय(जयपुर)
✪ उपराजप्रमुख-: भीमसिंग
✪ प्रधानमंत्री-: हीरालाल शास्त्री
✪ इस चरण में 5 विभाग स्थापित किये ।
= जो निम्न है।
1 शिक्षा का विभाग-: बीकानेर
2 न्याय का विभाग-: जोधपुर
3 वन विभाग-: कोटा
4 कृषि विभाग-: भरतपुर
5 खनिज विभाग-: उदयपुर
✪ उद्घाटन कत्र्ता-: सरदार वल्लभ भाई पटेल
5. पांचवा चरण-: संयुक्त वृहद् राजस्थान 15 मई, 1949
✪ संयुक्त वृहद् राजस्थान -: वृहद राजस्थान + सत्स्य संघ
✪ सिफारिश-: शंकरादेव समिति की सिफारिश पर मत्स्य संघ को वृहद राजस्थान में मिलाया गया।
✪ राजधानी-: जयपुर
✪ महाराज प्रमुख-: भोपाल सिंह
✪ राजप्रमुख-: मान सिंह द्वितीय(जयपुर)
✪ प्रधानमंत्री-: हीरालाल शास्त्री
✪ उद्घघाटनकर्ता-: सरदार वल्लभभाई पटेल
6. छठा चरण-: राजस्थान संघ 26 जनवरी, 1950
✪ राजस्थान संघ-: वृहतर राजस्थान + सिरोेही – आबु दिलवाड़ा
✪ राजधानी-: जयपुर
✪ महाराज प्रमुख-: भोपाल सिंह
✪ राजप्रमुख-: मानसिंह द्वितीय
✪ प्रधानमंत्री/मुख्यमंत्री-: हीरालाल शास्त्री
✪ 26 जनवरी,1950 को राजपुताना का नाम बदलकर राजस्थान रख दिया।
✪ 26 जनवरी, 1950 को राजस्थान को ‘B’ या ‘ख’ श्रेणी का राज्य बनाया गया था।
7. सतंवा चरण-: वर्तमान राजस्थान 1 नवम्बर, 1956
✪ वर्तमान राजस्थान -: राजस्थान संघ + आबु दिलवाड़ा + अजमेर मेरवाड़ा + सुनेल टपा – सिरोज क्षेत्र
मध्यप्रदेश के मंदसौर जिले की मानपुर तहसील का सुनेल टपा राजस्थान के कोटा जिले में मिला दिया तथा झालावाड़ का सिरोज क्षेत्र मध्यप्रदेश में मिला दिया गया।
✪ सिफारिश-: राज्य पुर्नगठन आयोग द्वारा, इसका अध्यक्ष- फैजल अली
राज्य पुर्नगठन आयोग का गठन :- 1952 में किया गया और इसने अपनी रिपोर्ट 1956 में दी इसकी सिफारिश पर अजमेर-मेरवाड़ा आबु दिलवाड़ा तथा सुनेल टपा को राजस्थान में मिला दिया गया।
✪ राज्यपाल-: गुरूमुख निहाल सिंह
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